Oscars 2023: बेहद दिलचस्प है ऑस्कर अवॉर्ड्स का इतिहास, एक डिनर पार्टी की टेबल से हुई थी शुरुआत, सिर्फ 5 डॉलर था पहले इवेंट का टिकट
एकेडमी अवार्ड ऑफ मेरिट को ऑस्कर अवॉर्ड के नाम से जाना जाता है. इसमें जो ट्रॉफी मिलती है वह मेटल से बनी होती है. इस मूर्ति पर सोने की परत चढ़ी होती है. ऑस्कर ट्रॉफी 13.5 इंच यानी 34 सेमी लंबी होती है और इसका वेट 8.5 पाउंड यानी 3.85 किलो होता है.
नई दिल्ली:
Oscar Award History: लॉस एंजेलिस में 12 मार्च से 95वें ऑस्कर अकादमी पुरस्कार की सेरेमनी होने जा रही है. यह तो हम सभी जानते हैं कि ऑस्कर अकादमी पुरस्कार यानी ऑस्कर अवॉर्ड्स (Oscar Awards) फिल्म जगत का सबसे बड़ा अवॉर्ड है. हर साल अमेरिका की एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस की तरफ से यह अवॉर्ड दिया जाता है. फिल्म डायरेक्टर, एक्टर, राइटर जैसे सिनेमा में अपना योगदान देने वालों को इस अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इसका इतिहास बेहद दिलचस्प है. आइए जानते हैं कैसे हुई ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी की शुरुआत…
इस तरह सफर की शुरुआत
1927 की बात है, जब एमजीएम स्टूडियो के हेड लुइस बी मेयर, मेयर और उनके तीन गेस्ट्स एक्टर कॉनरेड नागेल, डायरेक्टर फ्रेड निबलो और प्रोड्यूसर फीड बीटसोन ने फिल्म इंडस्ट्री को फायदा पहुंचाने के लिए एक संगठन बनाने पर विचार किया. इस योजना के बारे में उन्होंने सिनेमा की दुनिया के मुख्य क्रिएटिव कामों से जुड़े लोगों को बताया.
एक होटल में डिनर पार्टी से चर्चा
11 जनवरी, 1927 को लॉस एंजिल्स के एंबेसेडर होटल में इस पर चर्चा के लिए एक डिनर पार्टी रखी गई. इसमें 36 लोग शामिल हुए. यहीं पर संगठन बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इस डिनर पार्टी में जॉर्ज कोहेन, जैसे मेयर, डॉग्लकस फेयरबैंक्सर, केडरिक गिब्बंस, मेरी पिकफोर्ड, जेस्सेह लस्कीय, सेसिल, इरविंग थालबर्ग बी डेमिले, सिद ग्राउमेन जैसी नामी हस्तियां शामिल हुईं. सभी ने एक सुर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया. इसके बाद मार्च, 1927 में डॉग्लास फेयरबैंक्स की अध्यक्षता में संगठन के पदाधिकारी चुने गए.
इस तरह बना संगठन
11 मई, 1927 को बिल्ट मोर होटल में इस एकेडमी को राज्य ने एक NGO के तौर पर अनुमति दी. इसकी खुशी में एक पार्टी का आयोजन किया गया. इस पार्टी में 300 गेस्ट आए. 230 गेस्ट ने एकेडमी की मेंबरशिप ली और इसके लिए 100 डॉलर की फीस दी. थॉमस एडिसन को उसी रात एकेडमी की तरफ से पहली मानद सदस्यता से सम्मानित किया गया. संगठन में शुरू-शुरू में एक्टर, डायरेक्टर, राइटर और टेक्नीशियन्स की ब्रांच बनाई गई.
पहला ऑस्कर अवॉर्ड्स
एकेडमी बनने के बाद सबसे पहला एकेडमी अवार्ड्स सेरेमनी हॉलीवुड रूजवेल्टू होटल में आयोजित हुआ. 16 मई 1929 को होटल के ब्लॉसम रूम डिनर आयोजित की गई. जिसमें 270 लोग शामिल हुए. यह एक पेड इवेंट था, जिसमें शामिल होने के लिए 5 डॉलर की टिकट लेनी थी. 1929 में 15 कलाकारों को अवार्ड्स दिए गए. इनमें 1927-1928 तक बनी फिल्में शामिल थीं. पहले इसका क्रेज इतना नहीं था, जितना कि अब. पहले एकेडमी अवार्ड्स में तो मीडिया तक नहीं पहुंची थी.
ऑस्कर में फिल्में कैसे चुनी जाती हैं.
1. ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, कोई भी मोशन फिल्म जो अमेरिका के 6 मेट्रोपॉलिटन सिटी लॉस एंजिल्स, न्यूयॉर्क, शिकागो, इलिनोयस, मियामी, फ्लोरिडा और अटलांटा, जॉर्जिया में से कम से कम एक जगह कमर्शियल सिनेमाहॉल में दिखाई गई हों.
2. वही फिल्म ऑस्कर की रेस में शामिल होती है, जो 40 मिनट से बड़ी हैं.
3. फिल्म उसी साल 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच में रिलीज होनी चाहिए.
4. एक ही थियेटर में फिल्म कम से कम 7 दिनों तक लगातार चली हो.
ऑस्कर अवॉर्ड्स में क्या मिलता है
अकेडमी अवार्ड ऑफ मेरिट को ऑस्कर अवॉर्ड के नाम से जाना जाता है. इसमें जो ट्रॉफी मिलती है वह धातु से बनी होती है. इस मूर्ति पर गोल्ड की लेयर रहती है. ऑस्कर ट्रॉफी 13.5 इंच यानी 34 सेमी लंबी होती है और इसका वेट 8.5 पाउंड यानी 3.85 किलो होता है. इस ट्राफी में एक योद्धा की आकृति है, जिसे आर्ट डेको में बनाया गया है. यह योद्धा तलवार लेकर पांच तिल्लियों की एक फिल्म रील पर खड़ा है. पांच तिल्लियां एक्टर, डायरेक्टर, राइटर, प्रोड्यूसर और टेक्नीशियन्स का प्रतिनिधित्व करती हैं.
ऑस्कर अवार्ड में नहीं मिलता कैश प्राइज
ऑस्कर अवॉर्ड में सिर्फ यही ट्रॉफी मिलती है. इसमें किसी तरह का कैश प्राइज नहीं दिया जाता है. हालांकि अवॉर्ड जीतने वाले कलाकार की मार्केट वैल्यू बढ़ जाती है. ऑस्कर विजेता अपनी ट्रॉफी को किसी भी हाल में बेच नहीं सकता है. अगर वह ट्रॉफी बेचना ही चाहता है तो एकेडमी को बेच सकता है. जिसकी कीमत सिर्फ 1 डॉलर रखी जाती है.