माँ, ऊंचा है मंदिर तेरा, ऊंचा तेरा स्थान,
दानी क्या कोई दूजा, माँ होगा तेरे समान…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
आज पौष मास,
माँ, तेरे द्वारे की धूल लगाकर, पापी पावन हो जाते हैं,
तेरी दया हो जाए माँ तो पल में, रंक भी राजन हो जाते हैं…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
माँ, धरती क्या, आकाश है क्या सब, तेरे इशारों पर चलते हैं,
हम बन्दों की हस्ती क्या है माँ, तेरी दया पर ही पलते हैं…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
माँ, दूर गुफा में बैठे बैठे, रोज करिश्मे करती है तू,
खाली झोलियां जो लाता है, उनकी झोलियां भरती है तू…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
तूने ही पाला है मुझको माँ, तू ही मुझे सम्हाले,
तूने ही मेरे जीवन मे, पल-पल किये उजाले…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
आज पौष
जगदाती पहाड़ां वाली माँ, तू मेरी बिगड़ी बनाने आ जा,
भंवर में है मेरी नाव फंसी, माँ तू पार लगाने आ जा…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
मुंबई। 'चलो बुलावा आया है फेम' मशहूर भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का आज 80 साल की उम्र में निधन हो गया। वे पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे. पिछले तीन दिनों से उनका इलाज दिल्ली के
माँ तूने आँचल में जिसको पाला हैं,
उसका दुनिया मे बोलबाला है…
ll ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ll
आज पौष मास, शुक्ल पक्ष नवमी, श