रत्नों को पहनने आ अन्य उपायों के साथ साथ हम अपने आहार द्वारा भी ग्रहों को बल दे सकते हैं जैसे:-
सूर्य :- सूर्य अगर मजबूत हो तो हमें मान- सम्मान, सुख-समृध्धि म
कहा जाता है कि जो भी मनुष्य इस धरती पर जन्म लेता है उसकी मृत्यु अवश्य होती है और इसीलिए धरती को मृत्यु लोक भी कहते है। मतलब जैसे जन्म का विधान है ठीक उसी तरह मौत का भी विधान बना हुआ है और
वर्ष 2020 का अंतिम व वर्ष का दूसरा सूर्य ग्रहण सोमवती अमावस्या को 57 वर्षों के बाद विशेष ग्रह युति के साथ घटित होगा। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की सोमवती अमावस्या को भारत
ॐ भृगुपुत्राय विद्महे श्वेतवाहनाय धीमहि |
तन्नः शुक्रः प्रचोदयात ||
11 दिसंबर 2020 से शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे, आइये देखते है यह आपके जीवन में किस
काल भैरव का जन्म मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी को प्रदोष काल में हुआ था, तब से इसे भैरव अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इसीलिए काल भैरव की पूजा मध्याह्न व्यापिनी अष्टमी पर करनी च
इंदौर। दिगम्बर जैन समाज के सबसे बड़े संत आचार्य श्री 108 विद्या सागर जी महाराज ने आज सोमवार को एकाएक इंदौर से विहार कर दिया। जानकारी देते हुए मीडिया प्रमुख राहुल सेठी ने बताया
दीपोत्सव पर्व का शुभारंभ धनतेरस से होता है। इस वर्ष धनतेरस दो दिन मनेगी। पंडित बीएन करहे के मुताबिक पारंपरिक पंचांगों की गणना के अनुसार धनतेरस का पर्व 12 नवंबर ग
जम्मू। जम्मू कश्मीर के कटरा में त्रिकुट पर्वत पर विराजी माँ वेष्णो देवी की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए खुशखबरी है। एक नवंबर रविवार से रोजाना 7 हजार की बजाय अब 15 हजार या